JUNG KAMIYABI KI
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                            Author : Irfan khan
 Language: Hindi
 Binding: Paperback
 Publisher: IK Publication
 ISBN: 9789350870204, 9350870207
 Edition: Secound Edition, 2018
 Pages: 220
अनुक्रमणिका
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				1. भाषा से इंसान की पहचान
 2. स्वभाव अपना अपना
 ३. जैसा सोचेंगे, वैसा पायेंगे
 4. शराबी को सिख
 5. जिंदगी की सच्चाई
 6. अमिर का बच्चा
 7. अनपढ़ नाव चालक
 8. माँ-बाप कभी साथ नहीं छोडते
 9. सच्ची पत्नी
 10. काँच की बरनी से सिख
 11. मुर्ख बादशहा
 12. केकड़ा प्रथा
 13. किताबो का महत्व
 14. कुछ तो लोग कहेंगे
 15. ना घर का, ना घाट का
 16. बोल वापस नहीं आते
 17. मंदबुद्धि बालक
 18. लॉटरी का सच
 19. ब्रम्हास्त्र
 20. संत का तिर्थ
 21. गुस्से का घाव
 22. कल करे सो अभी कर
 23. दिशा बदलो, दशा बदल जायेगी
 24. कर्ज
 25. खुद की ताकत को जानो
 26. गुरुदक्षिणा
 27. भगवान भरोसे
 28. पानी के हवन मे पानी
 29. सफलता का सहस्य
 30. चरित्र
 31. परोपकार
 32. समस्याओं को निचे रखिये
 33. इंसान की कद्र
 34. नौकरी और व्यापार
 35. जान की किमत
 36. अनुभव बोलते हैं
 37. संकट का शस्त्र
 38. नियम तो नियम हैं
 39. करो या मरो (Do or Die)
 40. बड़ा बनो !
 41. सोच का बंधन
 42. खुद का मूल्य जानो
 43. सबसे खतरनाक शस्त्र
 44. मूर्खो का साथ
 54. सफलता की तड़प
 46. पत्थर से भगवान की और...
 47. समय की पाबंदी
 48. सच्चा मित्र
 49. ना ना करते...
 50. नजरिया...
 51. दूरदृष्टी
 52. यकिन की ताकत !
 53. संघर्ष
 54. धैर्य
 55. गधा मजूरी
 56. दुःख मे खुशी और खुशी मे दुःख
 57. भुतकाल की भूलो
 58. जी दिकता है वही बिकता है
 59. सच्चा कोच
 60. व्यापार की कला
 61. काबिल बनो
 62. मुझे सबकुछ आता...
 63. खली हाथ आये थे, खली हाथ जायेंगे...
 64. बदलो या निकालो...
 65. जैसा बोओगे वैसा काटोगे...!
 66. डटे रहो...
 67. गस्से का प्रकोप
 * मेरा साक्षात्कार (Interview)
 
 
                    
                     
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